
प्रोफ़ेसर मेघनाद साहा और प्रोफ़ेसर सत्येन्द्र नाथ बोस दोनों प्रेसिडेंसी कॉलेज कलकत्ता में जगदीश चन्द्र बोस के छात्र रहे थे। उन्नीसवीं शताब्दी में ये दोनों देश में विज्ञान की स्थिति बेहतर बनाने के प्रयासों में लगे रहे। पढ़ाई के बाद सत्येन्द्र नाथ बोस ढाका विश्वविद्यालय चले गए और मेघनाद साहा ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भौतिकी विभाग की स्थापना की। दोनों ने विश्व भर में अपने सिद्धांतों और खोजों के ज़रिये सम्मान प्राप्त किया, और देश में ही रहकर देश की सेवा की। यह दोनों लोग सहपाठी थे और इन दोनों को “इंग्लैण्ड की रॉयल सोसाइटी का फ़ैलो” भी चुना गया। दोनों ही नोबेल पुरस्कार के लिए नामित किये गए और दोनों को नोबेल मिलते-मिलते रह गया। मेघनाद साहा ने तो बाद में सन 1951 में लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीते भी। सन 1921 में सत्येन्द्र नाथ बोस ने मेघनाद साहा को यह दो पत्र लिखे थे – Read More….