
हालांकि सर आइजक न्यूटनके बारे में काफी लिखा गया है। जीवनी लिखने वालों ने और अकादमिक संस्थानों ने उनके जीवन और कर्म से जुड़े अधिकाधिक पहलुओं के बारे में लिखा है लेकिन इसके बावजूद न्यूटन के जीवन में ऐसा बहुत कुछ है जिसके बारे में सामान्य पाठक को जिज्ञासा होती है। न्यूटन्स करोस्पोंडेंस, न्यूटन्स मेमोयर्स, ट्रिनिटी कोलेज और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिर्टी के आर्काइव्स आदि के बावजूद काफी कुछ ऐसा है जिसके बारे में सवाल बार-बार उठते हैं? इस सवाल को कुछ लेखकों ने भी अपने-अपने नज़रिए से व्याख्यायित करने की कोशिश की, लेकिन यह कोई नहीं जानता कि सच क्या है? यह सन 1693 का साल था और सितम्बर का महीना था। न्यूटन के बहुत अच्छे मित्र ‘सैमुअल पेपिस’ इंग्लैंड की नौसेना में अफसर थे और संसद के सदस्य भी रहे। न्यूटन किसी बात से बहुत परेशान थे और इसी व्यथा में उन्होंने यह पत्र अपने दोस्त पेपिस को लिखा था -…… Read More……..